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हरिशंकर परसाई – दो खुले खत

परसाई जी (22 अगस्त 1922 – 10 अगस्त 1995) के निर्वाण दिवस के मौके पर विनम्रता पूर्वक श्रद्धांजलि सहित। आज मैं उनके मित्र, रायपुर-जबलपुर से निकलने वाले हिंदी दैनिक देशबन्धु

परसाई के पंच-2

  1. साहित्य में बंधुत्व से अच्छा धंधा हो जाता है। 2. जवान आदमी को दुखी देखने से पाप लगता है। मगर मजबूरी में पाप लग रहा है। बेकारी से

परसाई के पंच-1

  1. कुछ आदमी कुत्ते से अधिक जहरीले होते हैं। 2. मार्क ट्वेन ने लिखा है-‘यदि आप भूखे कुत्ते मरते कुत्ते को रोटी खिला दें, तो वह आपको नहीं काटेगा।

सूरज की मिस्ड कॉल

आज सुबह जगे तो देखा कि सूरज की चार ठो मिस्ड कॉल पड़ी थीं। उठकर बाहर आये। सोचा फ़ोन मिलाकर बात कर लें। लेकिन फ़िर नहीं मिलाये। सोचा -काम में

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