बाल-साहित्य

टेसू राजा अड़े खड़े

टेसू राजा अड़े खड़े माँग रहे हैं दही बड़े। बड़े कहाँ से लाऊँ मैं? पहले खेत खुदाऊँ मैं, उसमें उड़द उगाऊँ मैं, फसल काट घर लाऊँ मैं। छान फटक रखवाऊँ

माँ, कह एक कहानी

‘माँ, कह एक कहानी!’ ‘बेटा, समझ लिया क्या तूने मुझको अपनी नानी?’ ‘कहती है मुझसे यह बेटी तू मेरी नानी की बेटी! कह माँ, कह, लेटी ही लेटी राजा था

आसमानी धागे

परसों खिचड़ी है। खूब पतंगबाजी होगी। यही सोचते हुए स्कूल से आते ही भल्ला भालू ने किसी तरह खाना खाया, और पतंग लेकर पहुँच गया छत पर। माँ कहती रह

instagram: