
सेपियंस: मानव जाति का संक्षिप्त इतिहास
इंसान के पास ऐसा क्या है जिसके नाम पर वह स्वयं को धरती का सबसे श्रेष्ठ प्राणी मानता है। यहाँ तक कि आने वाले साइबोर्ग और ऐंड्रायड को भी अपने
इंसान के पास ऐसा क्या है जिसके नाम पर वह स्वयं को धरती का सबसे श्रेष्ठ प्राणी मानता है। यहाँ तक कि आने वाले साइबोर्ग और ऐंड्रायड को भी अपने
पुस्तक यार जादूगर में नीलोत्पल, हिंदी साहित्य में बहुत कम प्रयुक्त जादुई यथार्थवाद को प्रस्तुत करते हैं और साहित्य की कलात्मक विविधता का विस्तार करने का प्रयास करते हैं। जादुई
भारतीय जमीन पर चीन व पाकिस्तान के खतरनाक मंसूबों के साथ उतरे पाकिस्तानी जिहादी और चीनी जासूसों की कार्यविधि को लेकर यह उपन्यास लिखा गया है। यह उपन्यास अंतरराष्ट्रीय राजनीति
साहित्य में नित्य नयी रचनाएं देखने व पढ़ने में आती हैं, एवं रोज नए लेखकों, कवियों से किताबों के माध्यम से मुलाकात होती है। उनकी लेखनी और उनकी विचारधारा सबल
नव आधुनिकतावाद अगर एक शब्द में इस पुस्तक की समीक्षा करूं तो पर्याप्त है। यहां तर्क, विचार, राय, तथ्य तभी तक महत्वपूर्ण होते हैं जब वो स्वयं के द्वारा रखे
बेहया जैसे कि नाम से ही ज़ाहिर है, एक औरत की ज़िंदगी के इर्द गिर्द बुना गया ताना बाना है। ज़ाहिर है, इसलिए कहा, क्योंकि जिस तरह शब्द ‘सज्जन’ पुरुषों
सच है, प्रेम कोई खिड़की न होकर एक पूरा दरिया होता है। दरिया भी कैसा – साफ़, चमचम, मीठे पानी वाला। ऐसे दरिया किनारे बैठकर जब हम इसके पानी में
एक अच्छी कहानी हमारे भीतर ठहरे कई विश्वासों को चुनौती देती है, सवाल खड़े करती है, सोच के स्तर पर इंसान को पूरी तरह बदल देने का जज़्बा रखती है।
बातों वाली गली कहानी संग्रह से चर्चा में आईं चर्चित कथाकार वंदना अवस्थी दुबे का नवीनतम उपन्यास – अटकन चटकन अपने विन्यास में बेहद रोचक और पठनीय है। इसमें कथा नई
किसी एक कहानी संग्रह की तमाम कहानियां एक व्यापक कोलाज़ की तरह होती हैं। यदि आपके पास दृष्टि और सामर्थ्य है तो आप उनमें से कई टुकड़े चुनकर और उनका
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