समीक्षा

यार जादूगर

पुस्तक यार जादूगर में नीलोत्पल, हिंदी साहित्य में बहुत कम प्रयुक्त जादुई यथार्थवाद को प्रस्तुत करते हैं और साहित्य की कलात्मक विविधता का विस्तार करने का प्रयास करते हैं। जादुई

अमृता प्रीतम की आत्मकथा : रसीदी टिकट

मेरी सारी रचनाएँ, क्या कविता, क्या कहानी और क्या उपन्यास, मैं जानती हूँ, एक नाजायज बच्चे की तरह हैं। मेरी दुनिया की हकीकत ने मेरे मन के सपने से इश्क़

किताब : फेसबुक लाइव और ज़िन्दगी का द एंड

इसमें कोई दो राय नहीं कि मार्टिन जॉन हिन्दी के सिद्धहस्त लघुकथाकार हैं। उन्होंने सूक्ष्म पर्यवेक्षण, दृष्टि के विस्तार, विषय वस्तु के सटीक चयन, कथ्य के कसाव, भाषा की किफायतसारी

बारह आना ज़िन्दगी

कहने का एक मिज़ाज़ होता है एक जायका वही सुधीर का भी है ज़िंदगी की मसरूफियत में वे ख़्वाहिशों के क़ासिद है जो हमारे ख़त कागज़ों में इकठ्ठा कर रहा

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