बेहूदा बहसों के लिये
ढेरों मिल जाते हैं शब्द
कुछ अपनी
कुछ दूसरी भाषाओं से उधार लिए
कितने तो नये शब्द भी गढ़ लिए हमने
बहस को जारी रखने के लिये
जैसे आग हो बहस
और होम होती जाती हो भाषा
पर ठीक उस वक्त
जब कहे जाने की
सबसे ज्यादा होती है ज़रूरत
शब्द छोड़ देते हैं साथ
तब काम आती है
सिर्फ दो शब्दों की
संसार की सबसे आदिम भाषा
जिसका पहला शब्द है चीख
और अंतिम आंसू।
‘Aadim Bhasha‘ A Hindi Poem By Yogesh Dhyani