दुनिया की सबसे कमज़ोर कविता


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किसी ने मुझसे कहा
दुनिया की सबसे कमज़ोर कविता कौन सी है?
मैंने कहा ‘क्रोध’
इससे पहले की यह कविता ख़त्म होती,
सामने से दूसरा सवाल अचूक तीर की तरह आया,
दुनिया में सबसे सुदृढ़ कविता कौन सी है?
मैंने कहा ‘हारा हुआ प्रेम’,
उसने मुझसे पूछा- कैसे?
मैंने कहा- क्रोध सबसे कमज़ोर इसलिए
क्योंकि इसमें नहीं होती है कोई जड़
इसका जीवन अमरबेल की तरह होता है
यह दूसरों को समाप्त कर अपना जीवन जीता है,
परंतु हारे हुए प्रेम के पीछे होती हैं
तपस्याएँ- हफ़्तों, महीनों और सालों की
एकाकीपन की
जिनमें भरे होते हैं छंद, मुक्तक, अलंकार और रस
साथ ही जीवन के हर वो रंग
जो किसी भी नाम, विषय या वस्तु को कर देते हैं अमर
बिना अमृत पान किये,
इसके बाद मुझसे नहीं किया गया कोई सवाल,
शायद वह व्यक्ति जिसने सवाल किया था
उसने भी कभी लिखी होंगी कमज़ोर या सुदृढ़ कविताएँ
और अगर ऐसा नहीं हुआ होगा
तो मुझे विश्वास है,
वह आज लिख रहा होगा और आगे लिखता रहेगा।

‘Duniya Ki Sabse Kamzor Kavita’  A Hindi Poem by Ankit Pandey

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