लौटना

जो गये,

उन्हें लौट आना चाहिए,

लौटने से जीवन होता है परिष्कृत,

व्यथन के मेघ अनाच्छादित होते हैं,

और विषण्णता होती है लुप्त।

क्योंकि लौटना

संगम है दुःखों का,

और दो दुःखों का संगम है ‘प्रेम’।

‘Lautna’ A Hindi Poem by Vijay Bagchi

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