लक्ष्मी घर की बहू होती है
खांसी, छींक, गर्भावस्था की तरह प्रेम को भी छिपाया नहीं जा सकता हैI इस नियम-धरम के तहत कहीं न कहीं से लोकराम को भी अपने बलुआ के परेम के बारे
खांसी, छींक, गर्भावस्था की तरह प्रेम को भी छिपाया नहीं जा सकता हैI इस नियम-धरम के तहत कहीं न कहीं से लोकराम को भी अपने बलुआ के परेम के बारे
सन्तनगर के राजा का खजाना भरा हुआ था। जैसे कि परम्परा है, राजा बड़ा सुखी था। विशाल महल, सोने का सिंहासन, रत्नजड़ित मुकुट, सुन्दर रानियाँ, इनमें से पैदा हुये वंश
कार्यक्रम का समय शाम चार बजे का लिखा था कार्ड पर। सम्मान मेरा नहीं होना था, किसी वरिष्ठ रचनाकार का था। वो इतने वरिष्ठ थे कि उनके दस्ते में दो
1. कुछ आदमी कुत्ते से अधिक जहरीले होते हैं। 2. मार्क ट्वेन ने लिखा है-‘यदि आप भूखे कुत्ते मरते कुत्ते को रोटी खिला दें, तो वह आपको नहीं काटेगा।
साल याद नहीं आ रहा, ग्रेजुएशन के दौरान की बात है शायद……. आसमान ने अपने सारे बांध खोल लिए हैं और रह- रहकर तेज गर्जना के साथ बारिश हो रही
रजुआ। एक घोड़े का नाम था यह। वैसे तो घोड़े को घास से दोस्ती नहीं करनी चाहिए पर इस वाले ने इसने कि घास को नहीं खायेगा। धरती की हरियाली
“सुनो.. हम इस रास्ते से वॉक के लिए नहीं जाया करेंगे।” क्यों ? मुझे पसंद नहीं ये रास्ता। क्या? शहर का सबसे खूबसूरत रास्ता तुम्हें पसन्द नहीं? ये हरा भरा
~1~ बेनीमाधव सिंह गौरीपुर गाँव के जमींदार और नम्बरदार थे। उनके पितामह किसी समय बड़े धन-धान्य संपन्न थे। गाँव का पक्का तालाब और मंदिर जिनकी अब मरम्मत भी मुश्किल
“मम्मा.. तुमने मेरे सामान को फिर हाथ लगाया। क्या खोजती रहती हो तुम मेरे सामान में, मेरी डायरी में? जासूसी कर रही हो क्या मेरी? इसके पहले भी तुम रात
एक महामारी के चलते पूरी दुनिया मे हाहाकार मचा हुआ था। ऐसी समस्या से निपटने के लिए तैयारियाँ और अनुभव न होने से देश मे कुछ भी हो रहा था।
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