प्रेम

लड़कियां डरती है
प्रेम से
प्रेम के इकरार से
क्योंकि उन्हें डर प्रेम से नहीं लगता
वो डरती है
प्रेम के अंजाम से

लड़के डरते है
प्रेम से
प्रेम के इजहार से
क्योंकि उन्हें डर प्रेम से नहीं लगता
वो डरते है
प्रेम में इनकार से

पर कितना भी रोके
हम प्रेम में पड़ने से खुद को
हम भाग नहीं सकते
प्रेम से
क्योंकि हम प्रेम को नहीं चुनते
प्रेम हमें चुनता है

 

रूबी प्रसाद की अन्य रचनाएँ।

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